
शाम की घनघोर चुदाई के बाद भी रात को चुदाई का सिलसिला चलता रहा. पार्टनर बदल-बदल का चुदाई चली और बहुत ज्यादा चली. फिर अगली सुबह रमेश और सुरेश अपने ऑफिस चले गए और घर में मोहनलाल ने मयूरी और काजल को अकेले में फिर से बहुत चोदा. उसका तो जैसे सपना पूरा हो रहा था. दो-दो जवान लड़कियां वो भी अपने घर की. एक अपनी सगी बेटी तो एक अपने ही घर की बड़ी बहु. इसकी आनंद की कोई सिमा नहीं थी और वो इसकी व्याख्या शब्दों में नहीं कर सकता था.
शाम को जब रमेश और सुरेश भी घर आ गए तो चुदाई के कई और राउंड चले. घर के हर मर्द के लंड ने घर की दोनों चूत की खूब सेवा की और मजे दिए. फिर जब सब लोग थक कर बैठ गए तो कोमल के आग्रह पर मयूरी ने अपने घर में हुए चुदाई शुरुआत की कहानी शुरू की.













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